नारायणपुर (वीएनएस)। राज्य शैक्षिक अनुसंधान परिषद् (एस.सी.ई.आर.टी) शिक्षा विभाग छत्तीसगढ़ शासन की ओर से अभिनव पहल नवाजतन संपूर्ण छत्तीसगढ़ में चलाया जा रहा है, जिसमें कोविड-19 के कारण विद्यार्थियों में सीखने की गति का जो नुकसान हुआ है, उसका आकलन वं क्षतिपूर्ति किस प्रकार की जा सकती है, इसके लिए प्रशिक्षण का आयोजन जिला स्तर पर डीपीआरसी भवन नारायणपुर में जिला शिक्षा व प्रशिक्षण संस्थान नारायणपुर के सौजन्य से किया जा रहा है।
इस कार्यक्रम का शुभारंभ जिला शिक्षा अधिकारी जी आर मंडावी, जिला मिशन समन्वयक जी.एस. रेड्डी, डाइट प्रभारी प्राचार्य गिरिश कुमार भास्कर व खंड स्रोत समन्वयक अमर सिंह नाग की उपस्थिति में मां सरस्वती के चित्र पर पुष्पांजलि और दीप प्रज्वलित कर किया गया। कार्यक्रम के दौरान अपने उदबोधन में जिला शिक्षा अधिकारी महोदय की ओर से बताया गया कि इस प्रशिक्षण में जिले के कुल 140 प्रशिक्षार्थी के प्रशिक्षण का आयोजन दो चरणों में 5 जनवरी से 8 जनवरी 2022 तक समस्त संकुल समन्वयक एवं पी. एल. सी. सदस्यों का उन्मुखीकरण किया जा रहा है। जिसमें आधारभूत संख्यात्मक ज्ञान बच्चों के शैक्षिक स्तर की पहचान करना, निंदानात्मक परीक्षण कर उपचारात्मक शिक्षण देना जैसे बिंदुओं पर विस्तृत चर्चा की जाएगी। जिला मिशन समन्वयक द्वारा समस्त शिक्षकों को नियमित उपस्थिति व प्रशिक्षण को गंभीरतापूर्ण ग्रहण कर अपने संकुल के समस्त विद्यालया व बच्चों को लाभ प्रदान करने निर्देशित किया गया।
प्रशिक्षण प्रकोष्ठ प्रभारी के रूप में अकादमिक सदस्य दिनेश सिंह चौहान व संजीव मंडल के मार्गदर्शन में संपूर्ण कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। इस प्रशिक्षण में मुख्य प्रशिक्षक के दायित्व का निर्वहन एसआरजी नारायण प्रसाद साहू, उमेश रावत, रंजीता नाग, किरण नाग तथा सहयोगी प्रशिक्षक शकुंतला साहू, रमलू नेताम व देवाशीष नाथ की ओर से किया जा रहा है व प्रशिक्षण तकनीकी सहायक के रूप में डाइट से नितिन विश्वास कार्य कर रहे है।