रायपुर (वीएनएस)। छत्तीसगढ़ में कोरोना संक्रमण के मामले प्रतिदिन बढ़ रहे हैं, स्वभाविक है कोरोना संक्रमण बढ़ेगा तो पाबंदियां भी बढ़ेंगी, लेकिन पाबंदियों मात्र से ही बाजारों में एक बार फिर कोरोना की दूसरी लहर के वक्त लॉकडाउन के पूर्व संध्या जैसी भीड़ शुरु हो गई है। वाक्या शनिवार दोपहर का है, राजधानी रायपुर का गोलबाजार दीवाली के दिनों की तरह गुलजार था, न तो यहां सोशल डिस्टेंसिंग का पालन हो रहा था और न ही कोरोना गाइड लाइन का।
जी हां, इस भीड़ को काबू करने कुछ देर बाद गोलबाजार पुलिस थाना से पहुंचे सिपाही ने पहले तो भीड़ को डराकर विडियो बनाया। फिर, दुकानदार को कानूनी बात कहकर भीड़कम करने का प्रयास किया, लेकिन जैसे ही दुकान की भीड़ चुनिंदा ग्राहकों में बदली, पुलिस के सिपाही ने उसी भीड़ का काम शुरू कर दिया। कुछ ही देर में वह भीड़ फिर से जुटने लगी।
उल्लेखनीय है कि रायपुर में कोरोना के लगातार बढ़ते मामलों के बीच जिला प्रशासन ने कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए धारा-144 लागू की है। रात 9 बजे से सुबह 6 बजे तक लागू नाईट कफ्र्यू को व्यापारियों के आग्रह पर रात 10 बजे से किया है। इसके साथ ही विवाह सीजन को ध्यान में रखकर प्रशासन ने प्रतिबंध विवाह समारोह में लागू नहीं होने के निर्देश हैं। इसके अलावा शेष नियम यथावत अपनी समय सीमा में लागूू रखने के भी निर्देश हैं, लेकिन इस तमाम सुविधाओं के बाद यदि बाजार में भीड़ जुट रही है और छोटे दुकानदार फिर से पहली और दूसरी लहर की तरह सामानों की कालाबाजारी कर काली कमाई कर रहे हैं। इस ओर जिला प्रशासन को ध्यान देने की जरूरत है।
वहीं इस भीड़ पर भी काबू करने की जरूरत है। क्योंकि लगातार वैज्ञानिक कोरोना की तीसरी लहर के लिए जिम्मेदार ओमिक्रोन वेरियंट के म्यूटेशन को लेकर चिंतित हैं। वैज्ञानिकों का मानना है कि यदि कोरोना का संक्रमण बढ़ता है और ओमिक्रोन वेरियंट म्यूटेट होता है तो इसके बाद बनने वाला नए वेरियंट कितना आक्रामक होगा, यह अनुमान नहीं लगाया जा सकता। वहीं कुछ वैज्ञानिक कोरोना की तीसरी लहर के ठीक बाद यानि मार्च या अप्रैल में चौथी लहर की आशंका व्यक्त कर रहे हैं। यदि वैज्ञानिकों का अनुमान सही बैठा तो तीसरी लहर के ठीक दो महिने बाद एक बार फिर जनता को इन्हीं पाबंदियों से गुजरना होगा। इसलिए कोरोना की चेन तोडऩे लगातार प्रशासन जनता से गाइडलाइन के पालन की अपील कर रहा है। इस अपील को मानने से संक्रमण चेन जितनी जल्दी टूटेगी उतनी ही जल्दी कोरोना से आजादी प्रदेश और देेश की जनता को मिलेगी।
शासन और प्रशासन के कुशल नेतृत्व क्षमता ने महानगरों की तरह कोरोना के तीसरे लहर को बेतरतीब तरीके से फैलने से अब तक बचा लिया है, यदि कुछ दिन और इसी तरह गाइडलाइन का नियमित पालन हो जाए तो शायद छत्तीसगढ़ कोरोना के तीसरे लहर से बर्बाद होने से बच जाए। अन्यथा राज्य में कोरोना से होने वाला नुकसान भविष्य के गर्त में है।