नई दिल्ली (वीएनएस)। नेशनल हेराल्ड मामले में कांग्रेस नेता राहुल गांधी से आज लगातार दूसरे दिन भी प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की पूछताछ होगी। राहुल से सोमवार को करीब 10 घंटे की पूछताछ हुई। वह रात 11.10 बजे ईडी दफ्तर से घर के लिए रवाना हुए। इस दौरान ईडी दफ्तर के बाहर कांग्रेसियों की भीड़ लगी रही। सोमवार को राहुल से पहले सुबह पहले राउंड में तीन घंटे तक ईडी ने सवाल पूछे। इसके बाद लंच ब्रेक के दौरान राहुल सोनिया गांधी से मिलने अस्पताल पहुंचे। यहां से एक फिर वे ईडी दफ्तर पहुंचे, जहां उनसे दूसरे दौर की पूछताछ हुई।
कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा पार्टी नेता और अपने भाई राहुल गांधी से मिलने उनके आवास पर पहुंची। आज नेशनल हेराल्ड मामले में कांग्रेस नेता राहुल गांधी प्रवर्तन निदेशालय (ED) के सामने पेश होंगे।
मोदी सरकार पर कांग्रेस का हमला
कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने मोदी सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि राहुल गांधी की बुलंद आवाज से केंद्र सरकार डर गई है। उन्होंने कहा कि भाजपा के निशाने पर हमेशा राहुल गांधी ही क्यों रहते हैं। राहुल गांधी ने किसान की आवाज उठाई, जनता की आवाज उठाई। सुरजेवाला ने कहा कि भाजपा में जाते ही भ्रष्ट नेता गंगा की तरह पवित्र हो जाते हैं।
पूछताछ के लिए राहुल गांधी प्रवर्तन निदेशालय(ED) के दफ्तर के लिए निकल गए हैं। थोड़ी देर में उनसे पूछताछ की जाएगी। निकलने से पहले उन्होंने कबीर के दोहे के जरिए मोदी सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने लिखा कि “साँच बराबरि तप नहीं, झूठ बराबर पाप। जाके हिरदै साँच है, ताकै हृदय आप॥” समाज को समानता, सेवा, आपसी सौहार्द और प्रेम का पाठ पढ़ाने वाले संत कबीर दास जी की जयंती पर उन्हें शत-शत नमन।
ईडी से पूछताछ से पहले राहुल को याद आए कबीर
ईडी की पूछताछ से पहले राहुल गांधी ने कबीर के दोहे के जरिए मोदी सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंन लिखा है कि “साँच बराबरि तप नहीं, झूठ बराबर पाप। जाके हिरदै साँच है, ताकै हृदय आप॥” समाज को समानता, सेवा, आपसी सौहार्द और प्रेम का पाठ पढ़ाने वाले संत कबीर दास जी की जयंती पर उन्हें शत-शत नमन। बता दें कि आज कबीर दास की जयंती भी है।
सुब्रमण्यम स्वामी ने दर्ज कराया था मामला
2012 में भाजपा के नेता और देश के नामी वकील सुब्रमण्यम स्वामी ने नेशनल हेराल्ड मामले में सोनिया गांधी, राहुल गांधी, मोतीलाल वोरा, ऑस्कर फर्नांडीस, पत्रकार सुमन दुबे और टेक्नोक्रेट सैम पित्रोदा के खिलाफ मामला दर्ज कराया। तब केंद्र में कांग्रेस नेतृत्व वाली यूपीए की सरकार थी। सुब्रमण्यम स्वामी ने दावा किया कि YIL ने 2,000 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति और लाभ हासिल करने के लिए “गलत” तरीके से निष्क्रिय प्रिंट मीडिया आउटलेट की संपत्ति को “अधिग्रहित” किया।
स्वामी ने यह भी आरोप लगाया कि YIL ने 90.25 करोड़ रुपये की वसूली के अधिकार हासिल करने के लिए सिर्फ 50 लाख रुपये का भुगतान किया था, जो AJL पर कांग्रेस पार्टी का बकाया था। यह राशि पहले अखबार शुरू करने के लिए कर्ज के रूप में दी गई थी। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि AJL को दिया गया कर्ज “अवैध” था, क्योंकि यह पार्टी के फंड से लिया गया था।
क्या है नेशनल हेराल्ड?
देश के पहले प्रधानमंत्री पं. जवाहर लाल नेहरू ने 20 नवंबर 1937 को एसोसिएटेड जर्नल लिमिटेड यानी AJL का गठन किया था। इसका उद्देश्य अलग-अलग भाषाओं में समाचार पत्रों को प्रकाशित करना था। तब AJL के अंतर्गत अंग्रेजी में नेशनल हेराल्ड, हिंदी में नवजीवन और उर्दू में कौमी आवाज समाचार पत्र प्रकाशित हुए। भले ही AJL के गठन में पं. जवाहर लाल नेहरू की भूमिका थी, लेकिन इसपर मालिकाना हक कभी भी उनका नहीं रहा। क्योंकि, इस कंपनी को 5000 स्वतंत्रता सेनानी सपोर्ट कर रहे थे और वही इसके शेयर होल्डर भी थे। 90 के दशक में ये अखबार घाटे में आने लगे। साल 2008 तक AJL पर 90 करोड़ रुपये से ज्यादा का कर्ज चढ़ गया। तब AJL ने फैसला किया कि अब समाचार पत्रों का प्रकाशन नहीं किया जाएगा। अखबारों का प्रकाशन बंद करने के बाद AJL प्रॉपर्टी बिजनेस में उतरी।