चारामा (वीएनएस)। प्रति वर्ष की भांति इस वर्ष भी कबीर पंथियों ने कबीर आश्रम डोंगा पारा जेपरा में कबीर जयंती को संत कबीर प्राकट्य महोत्सव के रूप में मनाया। सर्वप्रथम सादगी और शांति का प्रतीक सफेद रंग का झंडा चढ़ा कर संत शिरोमणि सत्य कबीर साहेब का पूजा अर्चना कर कार्यक्रम का श्रीगणेश किया गया। संत अवधसाहेब के मुखारविंद से कबीर के साँखिया, कबीर वाणी कबीर के दोहे अमृतवाणी के माध्यम से उपस्थित अनुयायियों एवं लोगों को संदेश दिया गया । जगदलपुर से कार्यक्रम में उपस्थित टिकेंद्र साहू को माता पिता के सेवा भक्तों को देखते हुए संतो द्वारा उन्हें श्रवण कुमार की उपाधि दी गई।
इसी तारतम्य में संत टिकेश्वरदास साहेब ने लोगों के मन को मुग्ध करते हुए भजन संकीर्तन के माध्यम से कबीर के उपदेशों को बहुत ही सुंदर ढंग चित्रण किया और लोगों को एक सूत्र में बांधने का प्रयास किया। अपने संदेश में कबीरदास जैसे आचरण करने पर बल दिया। संत जगदेव साहेबजी ने गुरु की महिमा की बखान कर मानवतावादी कबीरदास जी के राह पर चलने के लिए प्रेरक उद्बोधन दिया।
संत शिरोमणि कबीर दास के प्रति विचार रखने वाले में प्रमुख रूप से अनुयायी एवं भक्त प्रभु राम साहू, परमानंद साहू ,कोमल सिन्हा भरोसा राम साहू संत शिरोमणि का गुणगान किये और भजन गायिका पार्वती साहू एवं दयाराम रायस्त भजनहा ने भजन * मन फूला फूला फिरे जगत में कैसा नाता रे गा कर सभी का मन मंत्रमुग्ध कर दिया।
संत कबीर दास जयंती पर ग्राम हाराडुला से मानसिंह साहू ग्राम टाँहकापार से सत्यनारायण साहू , रामचंदसाहू ,रूखुराम मंडावी सहित आसपास के ग्राम कुरूभाँट एवं ग्राम जेपरा के अनेक लोग एकत्रित हुए। कबीर सत्संग का आनंद उठाते हुए कबीर दास जयंती कार्यक्रम को सफल बनाने में ग्राम के प्रमुख रूप से दयाराम रायस्त,मोहन साहू,बसंत साहू ,परस साहू ,देवराम सिन्हा ,भूपेंद्र नागे,गिरधारी सौंदर्य,कोमल सिन्हा ,श्रीबसुरेश साहू,टिकेंद्र साहू,भगवान सिंह गंगबेर,हीराराम सौंदर्य भागवत साहू,योगेंद्र साहू *विशेश्वर गंगबेर ,श्रीकाशीराम सौंदर्य,हिरसिंग पटेल,रुखम पटेल ,रुखम मानिकपुरी ,नरोत्तम गंगबेर कालिदीन सेन एवं प्रमुख रूप से माता बहनों का विशेष योगदान रहा आरती के पश्चात भंडारे में सभी भोजन ग्रहण प्रसाद ग्रहण कर संत अवधसाहेब एवं संत टिकेश्वर दास साहेब से भेंटकर सोलह संस्कार मोक्ष की सीढ़ी कबीर साहित्य वितरण किया गया सौहार्दपूर्ण वातावरण के बीच खुशी खुशी विदा लिया गया।
आज के कबीर दास जयंती एवं प्राकट्य महोत्सव कार्यक्रम के मुख्य अतिथि हरवंश मिरी भौतिक रूप से कार्यक्रम में निजी कारण से उपस्थित नही हो पाए और लिखित एवं मोबाइल संदेश के माध्यम से उपस्थित नही हो पाने पर अफसोस एवं दुःख प्रकट करते हुए एकता और मानवतावादी संत कबीर दास को स्मरण करते हुए सभी को उनके मार्ग पर चलने की बात बता कर उपस्थित संतो को प्रणाम कर उनके प्रति धन्यवाद देते हुए कबीर पंथियों के प्रति सप्रेम आभार व्यक्त किया गया और सभी ग्रामवासियों को कबीर दास जी जयंती की शुभकामनाएं दी गई।