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राष्ट्रीय मिति श्रावण 24, शक संवत् 1944, भाद्रपद कृष्ण, चतुर्थी, सोमवार, विक्रम संवत 2079। सौर श्रावण मास प्रविष्टे 31, मुहर्रम 16, हिजरी 1444 (मुस्लिम), तदनुसार अंग्रेजी तारीख 15 अगस्त सन् 2022 ई॰। सूर्य दक्षिणायन उत्तर गोल, वर्षा ऋतु।
राहुकाल शाम को 4 बजकर 30 मिनट से 6 बजे तक। गुलिक काल दोपहर में 3 बजकर 30 मिनट से 4 बजकर 30 मिनट तक रहेगा। दोपहर में 12 बजे से 1 बजकर 30 मिनट तक यमगंड रहेगा। दुर्मुहूर्त काल शाम को 5 बजकर 16 मिनट से 6 बजकर 9 मिनट तक रहेगा। पंचक पूरे दिन रहेगा। भद्र...
न्यू राजेंद्र नगर स्थित महावीर जिनालय में चल रहे भव्य आध्यात्मिक चातुर्मास के दौरान साध्वी स्नेहयशा ने शनिवार को कहा कि आपके घर में बाई काम करने आती है और वह कहती है कि मेरे पैसे बढ़ा दो तो आप उसे टाल देते हो। अगर वह बाई घर में चोरी करते पकड़ा जाए...
राहुकाल सुबह 9 बजे से 10 बजकर 30 मिनट तक। सुबह 6 बजे से 7 बजकर 30 मिनट तक गुलिक काल रहेगा। दोपहर में 1 बजकर 30 मिनट से 3 बजकर 30 मिनट तक यमगंड रहेगा। दुर्मुहूर्त काल सुबह 5 बजकर 49 मिनट से 7 बजकर 35 मिनट तक रहेगा। पंचक पूरे दिन रहेगा।
न्यू राजेंद्र नगर स्थित महावीर जिनालय में चल रहे भव्य आध्यात्मिक चातुर्मास के दौरान साध्वी स्नेहयशा ने शुक्रवार को कहा कि हे वत्स तू क्यों चंचल बनता है। यह चंचलता तेरे विशाद का कारण बनेगी। जो व्यक्ति को स्वयं को पहचान लेता है उसकी चंचलता थम जाती ह...
राष्ट्रीय मिति श्रावण 21, शक संवत 1944, श्रावण शुक्ल, पूर्णिमा, शुक्रवार, विक्रम संवत् 2079। सौर श्रावण मास प्रविष्टे 28, मुहर्रम 13, हिजरी 1444 (मुस्लिम), तदनुसार अंग्रेजी तारीख 12 अगस्त सन् 2022 ई॰।सूर्य दक्षिणायन उत्तर गोल, वर्षा ऋतु। राहुकाल प...
रक्षा शब्द से बना है राखी, शास्त्रों में इसका मतलब कर्तव्यों का पालन करना है। भाई मतलब सिर्फ खून का रिश्ता नहीं होता। भाई वह होता है जो सुहाता है, जो हम को भाता है। भाई अगर बहन को एक बार साड़ी भेज दे तो सालभर पहनने के बाद उस साड़ी को भी बहन भूल जात...
रक्षाबंधन के पावन अवसर पर सन्मति नगर फाफाडीह में आचार्यश्री विशुद्ध सागर महाराज ने धर्मसभा में कहा कि श्रावण पर्व वास्तव में श्रमणों का पर्व है। यह श्रमणों की रक्षा का पर्व है। रिद्धि धारी महामुनि विष्णु कुमार ने विशाल उपसर्ग का निवारण कर 700 मुनि...
राहुकाल दोपहर 1 बजकर 30 मिनट से 03 बजे तक। सुबह 9 बजे से 10 बजकर 30 मिनट तक गुलिक काल रहेगा। सुबह 6 बजे से 7 बजकर 30 मिनट तक यमगंड रहेगा। दुर्मुहूर्त काल सुबह 10 बजकर 13 मिनट से 11 बजकर 6 मिनट तक रहेगा। उसके बाद दोपहर में 3 बजकर 32 मिनट से 4 बजकर ...
‘‘जहां संप यानि मेल-मिलाप होता है, वहीं पर संपत्ति रहती है। आज जब हम सामाजिक एकता की बात कर रहे हैं तो उस पुरानी कहावत को याद कर लें, बंद मुट्ठी लाख की और खुल गई तो खाक की। आदमी को धर्म के नाम पर, परम्परा के नाम पर हमेशा अपने दिल को बड़ा रखना चाहिए।