चुनाव होते हैं तो एक पार्टी जीतती है तो एक पार्टी हारती है।एक सरकार जाती है तो एक सरकार आती है। जिस पार्टी की सरकार जाती है, वह जब भी मौका मिलता है तो यह बताने का प्रयास करती है कि जो सरकार है, उससे तो हमारी सरकार बेहतर थी।
हर कोई अच्छा बनना चाहता है क्योंकि जो अच्छा होता है, उसकी सब तारीफ करते हैं। उसे उदाहरण की तरह पेश करते हैं।उसका नाम लेकर कहा जाता है कि अच्छा बनना है तो उसके समान बनो।
कहते हैं कि आदमी हो संस्था जैसा दिल से चाहते है वैसा ही होता है। दिल को दिल को राहत होती है। एक दिल दूसरे दिल की बात काे समझता है
राजनीति में राजनीतिक दलों के बीच तो एक दूसरे के खिलाफ बयानबाजी चलती रहती है। एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप भी लगाए जाते हैं। कभी कोई बात व्यंग्य में कही जाती है तो कभी कोई बात मजाक में भी कही जाती है।
इस साल बिहार विधानसभा चुनाव होना है। इसकी तैयारी कांग्रेेस और भाजपा ने अभी से शुरू कर दी है। दोनों अपनी अपनी तैयारी कर रहे हैं लेकिन दोनों की तैयारी में जो फर्क है, उससे समझा जा सकता है कि दोनों बिहार चुनाव को कितनी गंभीरता से ले रहे हैं।
देश में भ्रष्टाचार कहां नहीं हैं,यह कहना जितना आसान है, उतना ही यह कहना मुश्किल है कि भ्रष्टाचार कहां नहीं है। इस देश में शायद ही कोई आदमी ऐसा होगा जो यह मानता होगा कि इस देश में कोई संस्था ऐसी हो सकती है,कोई व्यवस्था ऐसी हो सकती हैं जहां बिलकुल ह...
.कोई भी अभियान तब सफल होता है जब उसके नेतृ्त्व करने वाले को पूरा भरोसा होता है कि हम ऐसा कर सकते हैं।नेतृत्व को टीम पर भरोसा होता है कि तय समय पर टीम ऐसा करके दिखा सकती है
राजनीतिक दल की बैठकें होती रहती है, चुनाव में हार के बाद बैठक होती है तो नेता व कार्यकर्ता उम्मीद करते हैं कि बैठक में हार के कारणों पर भी चर्चा होगी।,
राजनीति में सत्ता व कुर्सी महामोह है। जो भी राजनीति में है, वह इस महामोह से बच नहीं पाता है।वह सोचता है कि सत्ता मिली है तो अब हमेशा उसके पास रहे, कुर्सी मिली है तो अब हमेशा कुर्सी उसके पास रहे
देश हो राज्य हो धर्मातंरण गंभीर समस्या तो है,इसे रोकने की मांग जब-तब संसद में विधानसभाओं मेंं की जाती है,मांग की जाती है कि इसे रोकने के लिए और कड़े कानून लाने की जरूरत है।