आशीष तिवारी (संपादक) 9827145100
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चुनाव आयोग हर चुनाव को पिछले चुनाव से बेहतर करने का प्रयास करता है। वह स्वतंत्र,निष्पक्ष चुनाव के साथ ही हर बार मतदान प्रतिशत बढ़ाने का प्रयास भी करता है। इसके लिए लोगों को महीनों तक जागरूर किया जाता है।
.यातायात पुलिस व जिला प्रशासन निरंतर यह प्रयास करते रहते हैं कि शहर के लोग यातायात नियमों का पालन करें तथा अपनी और दूसरों की जान बचाएं। कोई अपने घर से निकले तो सुरक्षित अपने घर वापस भी आए।
राजनीति में नेताओं को बहुत कुछ कहना पड़ता है, अपनी बात समझाने के लिए उदाहरण देने पड़ते हैं। कई बार उस उदाहरण के जरिए नेता क्या समझाना चाहता है. यह विरोधी समझने को तैयार नहीं होते हैं या जानबूझकर समझना नहीं चाहते हैं और उस उदाहरण को ही नेता का वादा...
.राजनीति में कभी भी अपने विपक्षी को कमजोर नहीं समझना चाहिए। क्योंकि विपक्षी भी चुनाव जीतने के लिए मैदान में है। कोई भी राजनीतिक दल चुनाव हारने के लिए तो नहीं लड़ता है और चुनाव का रिजल्ट आने तक तो हार मानता नहीं है।
होता जाता है। इस देश में राष्ट्रीय स्तर दो ही राजनीतिक दल हैं। एक भाजपा व दूसरी कांग्रेस
कांग्रेस शासित राज्य छत्तीसगढ़ व राजस्थान के सीएम के परफारमेंस में कितना फर्क है, इस बात का पता राहुल गाधी के छत्तीसगढ़ में आकर दिए बयान से चलता है। छत्तीसगढ़ में कांग्रेस सरकार के किए कामों की तारफ से पता चलता है
राजनीति में इस बात की सावधानी की बरती जाती है कि कोई गड़बड़ी का मामला कोर्ट में न जाए। यह सरकार की जिम्मेदारी होती है कि यदि विपक्ष आरोप लगा रहा है तो उसका सरकार को जांच करा लेनी चाहिए।
छत्तीसगढ़ में धान खरीदी को लेकर राज्य सरकार,केंद्र सरकार,कांग्रस व भाजपा के अलावा एक तीसरा पक्ष भी होता है। राज्य व केंद्र सरकार की तरफ से आरोप-प्रत्यारोप आए दिन लगते रहते हैं।
चुनाव का समय हो तो राजनीतिक दल कुछ भी करते हैं तो उसका एक मकसद राजनीतिक फायदा भी होता है। अन्य मकसद जनहित, राज्यहित भी होता है पर माना जाता है कि राजनीतिक फायदे को ध्यान मेंं रखकर राजनीतिक दल ने यह काम किया है।
आमतौर पर माना जाता है कि इस देश में भ्रष्टाचार को रोका नहीं जा सकता। क्योंकि जिन लोगों पर भ्रष्टाचार को रोकने की जिम्मेदारी होती है वह भी भ्रष्ट होते हैं या धीरे-धीरे हो जाते हैं।