.कोई भी अभियान तब सफल होता है जब उसके नेतृ्त्व करने वाले को पूरा भरोसा होता है कि हम ऐसा कर सकते हैं।नेतृत्व को टीम पर भरोसा होता है कि तय समय पर टीम ऐसा करके दिखा सकती है
राजनीतिक दल की बैठकें होती रहती है, चुनाव में हार के बाद बैठक होती है तो नेता व कार्यकर्ता उम्मीद करते हैं कि बैठक में हार के कारणों पर भी चर्चा होगी।,
राजनीति में सत्ता व कुर्सी महामोह है। जो भी राजनीति में है, वह इस महामोह से बच नहीं पाता है।वह सोचता है कि सत्ता मिली है तो अब हमेशा उसके पास रहे, कुर्सी मिली है तो अब हमेशा कुर्सी उसके पास रहे
देश हो राज्य हो धर्मातंरण गंभीर समस्या तो है,इसे रोकने की मांग जब-तब संसद में विधानसभाओं मेंं की जाती है,मांग की जाती है कि इसे रोकने के लिए और कड़े कानून लाने की जरूरत है।
राजनीति में वही राजनीतिक दल ज्यादा सफल होता है जिसकी नीति आईने की तरफ साफ होती है। जैसी है वैसी दिखाई भी देती है।
कहावत है कि बोया बीज बबूल को तो आम कहां से होय।हमेशा ऐसा हो होता है कि बबूल का बीज बोने पर बबूल के कांटेवाले पेड़ ही होते हैं
कई बार आदमी पुरानी समस्या खत्म हो जाती है तो बड़ा खुश होता है कि चलो बरसों पुरानी समस्या तो समाप्त हुई। अदालत ने उसे बरी कर दिया है।
सरकार किसी भी राजनीतिक दल की हो अगर उसकाे आर्थिक नुकसान उठाकर राजनीतिक फायदा होता है तो वह राजनीतिक फायदे के लिए आर्थिक नुकसान उठाना पसंद करती है।
राजनीति में किसी को सरकार में बड़ी या सबसे बड़ी पोस्ट मिल जाती है और वह चाहे कि उसके पास पैसा आना चाहिए तो उसके पास बाढ़ के पानी की तरह पैसा आता है।चारों तरफ से पैसा आता है।
.राजनीति में सभी दलों के नेता चाहते हैं कि जनता के बीच उनकी छवि ईमानदार व काम करने वाले नेता की बनी रहनी चाहिए।