आशीष तिवारी (संपादक) 9827145100
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सत्य और अहिंसा के पुजारी के रूप में विश्व विख्यात महात्मा गांधी की आज जयंती है। भारत सहित पूरी दुनिया उनके आदर्शों और विचारों को जानने, समझने और स्वीकार करने में लगे हुए हैं। किंतु आज की परिस्थिति में यह कैसे संभव था कि अहिंसा और सत्य के बल पर इस ...
कहने को कवर्धा में दो-दो राजा है एक जिनकी रियासत आजादी के बाद खो गई पर राजा आज भी कहलाते है। कवर्धा रियासत के राजा योगेश्वर राज सिंह जो कवर्धा विधानसभा चुनाव 2013 और पुनः 2018 के विधानसभा चुनाव में टिकट कटने से उपजे बगावती तेवर के फुस्स होने के बा...
महात्मा गांधी ने स्वच्छता को ही सेवा कहा था। उनकी जयंती पर रायपुर रेंज आईजी डांगी ने स्वच्छता पर अपने विचारों को साझा करते हुए कहा है कि किसी भी राष्ट्र का विकास उसके नागरिकों के द्वारा किये जाने वाले सृजनात्मक कार्यों पर निर्भर करता है।
गुजरात के पोरबंदर में 2 अक्तूबर 1869 को जन्मे राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की ईमानदारी, स्पष्टवादिता, सत्यनिष्ठा और शिष्टता के अनेक ऐसे किस्से प्रचलित हैं, जिनसे उनके विराट व्यक्तित्व की स्पष्ट झलक मिलती है।
आज़ादी के अमृतकाल में सभी नागरिकों तक पीने का साफ़ पानी और शौचालय जैसी ज़रूरतों को पूरा करने के लिए केंद्र और राज्य सरकारें मिलकर प्रयासरत हैं.
राजनीति और रंग एक दूसरे के पर्याय होते जा रहे है । समझदार होते आदमियों ने अपनी सुविधानुसार रंगों की भी जाति, धर्म , पार्टी और लिंग निर्धारित कर लिए है । हरे रंग की बात करो तो मुस्लिम नाराज , भगवे रंग की बात करो तो हिन्दू नाराज , नीला रंग हो गया बह...
‘बेटा जब भी काम में जाओगे तो बस यही कह देना कि मैं काम में जा रहा हूं और काम से लौटने के बाद भोजन के समय पूछ लेना कि भोजन कर लिए क्या ? इससे ज्यादा मुझे कुछ और नहीं चाहिए बेटा। मैं पैसे या अन्य वस्तुओं के लिए कोई मांग भी नहीं करूंगा। अब इस दुनिया ...
देश में महिलाओं को 33%आरक्षण का श्रेय लेने के लिये विभिन्न राजनीतिक दल श्रेय लेने प्रयासरत हैँ,पंचायत में आरक्षण का श्रेय तो राजीव गाँधी को जाता ही है
किसी भी देश के लिए शुद्ध वित्तीय बचत की दर अधिक होना अर्थव्यवस्था के लिए अच्छा मापदंड माना जाता है क्योंकि वित्तीय बचत की राशि अंततः पूंजी निर्माण करते हुए देश के आर्थिक विकास को गति देने में मुख्य भूमिका निभाती है।
आगामी लोकसभा एवं विधानसभा चुनाव के मध्यनजर महंगाई का लगातार बढ़ते रहना चिंता का विषय है।