बच्चों को अच्छा संस्कार दें क्योंकि जैसा बीज डालोगे वैसा ही प्रतिफल आपको मिलेगा : साध्वी स्नेहयशा

Posted On:- 2022-07-17




रायपुर (वीएनएस)। माता-पिता के दिए हुए संस्कार ही बच्चों में आते है। यह निर्भर करता है कि बच्चों की परवरिश कैसी की गई है। बच्चों की बुद्धि पैनी हाेती है, उनमें आप जो बीज बोयेंगे, वैसा ही फल आपको देखने काे मिलेगा। भविष्य को देखते हुए आप अपने बच्चों काे अच्छे संस्कार दें। यह बातें शनिवार को न्यू राजेंद्र नगर के मेघ-सीता भवन, महावीर स्वामी जिनालय परिसर में चल रहे चातुर्मासिक प्रवचन के दौरान साध्वी स्नेहयशा ने कही।

साध्वी स्नेयहशा ने कहा कि बहुत पहले की बात है, एक श्राविका रोज पूजा-अर्चना करने के लिए मंदिर जाती थी। पानी-बरसात का समय था, उस समय ऐसे सीमेंट और डामर वाले रोड नहीं हुआ करते थे। अब वह फंस गई। घर में पूजा नहीं हो सकती थी, वह पूजन की पुस्तकें मंदिर में ही रखती थीं। तक उसे परेशान होता देख उसने पुत्र ने कहा कि क्या हुआ, इतनी उदास दिख रही हो मां। तक उसने पूरी बात बताई। इस पर पुत्र ने कहा कि तो क्या हुआ, मैं आपको भक्तावन का पाठ पढ़ कर सुना देता हूं। ढ़ाई साल की उम्र का बच्चा अपनी मां से यह कह रहा है। मां ने पूछा तुझे किसने सिखाया, उसने कहा आप रोज बोलते हो और मैं रोज सुनता हूं। मुझे पूरा याद है। आज आप मेरे से सुन लो। मां ने कहा कि चल सुना, उसने बिना रूके, बिना अटके पूरा पाठ सुना दिया। अब आप साेचिए कि उस बच्चे की बुद्धि  कितनी पैनी थीं। उसमें जैसा बीज बोया गया था, वैसा ही फल माता-पिता को मिला।  

जैसी दृष्टि, वैसी सृष्टि :
‘जैसी नजर वैसा ही नजारा’ वाक्य का अर्थ बताते हुए साध्वीश्री स्नेहयशा ने बताया कि महाभारत काल की बात है। एक बार भगवान कृष्ण ने युधिष्ठिर और दुर्याेधन को बुलाया। दोनों को पुस्तिका और कलम देकर कहा कि तुम दोनों नगर में जाओ और दुर्जन और सज्जन व्यक्तियों का नाम लिखकर लाओ। युधिष्ठिर को दुर्जन और दुर्याेधन को सज्जन व्यक्तियों का नाम लिखकर लाने को कहा गया। दोनों नगर में गए और अपना काम शुरु कर दिया। पूरी द्वारिका घूम कर जब वे लौटे तो भगवान कृष्ण ने कहा कि दोनों अपनी सूची दिखाओ। युधिष्ठिर ने जब अपनी पुस्तिका दी तो उसमें एक भी नाम नहीं था। भगवान ने सोचा कि युधिष्ठिर की पुस्तिका भरी होगी, पर उसमें एक भी नाम नहीं था।

उन्होंने पूछा यह कैसे हो सकता है। फिर उन्होंने दुर्याेधन से कहा कि अब तुम्हारी पुस्तिका तो पूरी तरह भर चुकी होगी। दुर्याेधन ने अपनी पुस्तिका दिखाई, पहले से लेकर आखिरी पन्ने तक देखने पर उसमें भी एक नाम नहीं था। उन्होंने देखा कि दोनों ने कोई नाम नहीं लिखा है। तो उन्होंने कहा कि क्या तुम दोनों ने अपना काम नहीं किया, नगर में घूमे नहीं क्या। जवाब में युधिष्ठिर ने बताया कि मुझे जो व्यक्ति दुर्जन लगा मैं उसके पास गया तो उसमें मुझे सज्जनता के दर्शन हो गए। मुझे लगा कि मैं इसका नाम कैसे लिखूं, हो सकता है इसमें 99 दोष होंगे पर उसके एक अच्छाई ने उसके 99 दोषों को ढंक दिया। वैसे ही दुर्याेधन ने कहा कि मैं जिस सज्जन व्यक्ति के पास गया और उसमें मुझे थोड़ी सी दुर्जनता दिखाई दी, तो मैंने उसका नाम नहीं लिखा। भले ही उसने 99 अच्छे काम किए हो, पर उसके एक बुरा काम उसके 99 अच्छाई पर भारी पड़े। साध्वीजी ने कहा कि अब नजर को देखो, जैसी नजर वैसा ही नजारा। यह दृष्टि का दोष है, हमारी दृष्टि को ही पीलिया हो गया। हमें हरा-भरा बगीचा भी दिखाया तो सभी पत्ते पीले ही दिखाई देते हैं।



Related News
thumb

बासी खादय पदार्थ बेचने वालो पर निगम ने की जुर्माने की कार्यवाही

लगातार बारिश को देखते हुए समस्या निवारण हेतु नगर निगम भिलाई का अमला निरंतर भ्रमण कर रहा है।


thumb

सीईओ ने ली ग्रामीण क्षेत्रों में चल रहे स्वच्छता अभियान की जानकारी

जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी अश्वनी देवांगन ने जिला पंचायत के सभाकक्ष में अधिकारियों की बैठक ली और ग्रामीण क्षेत्रों में चल रहे स्वच्छता ...


thumb

तांदुला में 48, खरखरा में 58, खपरी में 75 और गोंदली जलाशय में 28 प्...

शिवनाथ नदी के कैचमेंट एरिया में विगत दिनों से हो रही बारिश तथा मोंगरा बैराज से पानी छोड़े जाने के कारण शिवनाथ नदी के महमरा एनीकट के ऊपर 04 फीट पानी...


thumb

आंगनबाड़ी केन्द्रों में 29 जुलाई तक अवकाश

कलेक्टर ऋचा प्रकाश चौधरी ने जिले में अत्यधिक वर्षा से उत्पन्न स्थिति को ध्यान मंे रखते हुए जिले के समस्त आंगनबाड़ी केन्द्रों में 28 जुलाई 2024 को शा...


thumb

कृषकों को फसल बीमा आवरण में सम्मिलित करने समन्वित प्रयास करें अधिका...

कलेक्टर ऋचा प्रकाश चौधरी ने प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना एवं पुनर्गठित मौसम आधारित फसल बीमा योजना अंतर्गत अधिक से अधिक कृषकों को फसल बीमा आवरण में ...


thumb

जनसमस्या निवारण पखवाड़ा शिविर : नोडल अधिकारी एवं सहायक नोडल अधिकारी ...

छत्तीसगढ़ शासन नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग द्वारा जिले के नगरीय निकायों के सभी वार्डों में 27 जुलाई 2024 से 10 अगस्त 2024 के मध्य जनसमस्या निवारण ...