बेमेतरा (वीएनएस)। कलेक्टर रणबीर शर्मा ने आज कलेक्ट्रेट के दिशा सभाकक्ष में समय सीमा की बैठक के पश्चात ‘उल्लास’ कार्यक्रम पर विस्तार से चर्चा की। बैठक में शिक्षा विभाग के अधिकारियों द्वारा पावर पॉइंट प्रेजेंटेशन (पीपीटी) के माध्यम से ‘उल्लास’ कार्यक्रम की रूपरेखा प्रस्तुत की गई। जिसमें उल्लास कार्यक्रम के मुख्य बिंदुओं और उद्देश्यों पर प्रकाश डाला गया। कार्यक्रम से जुड़ी योजनाओं और गतिविधियों पर भी चर्चा की गई ताकि शिक्षा के स्तर को ऊंचा किया जा सके। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य जिले के शैक्षणिक वातावरण में सुधार लाना और विद्यार्थियों को बेहतर शैक्षणिक अवसर प्रदान करना है।
कलेक्टर रणबीर शर्मा ने कहा कि नव भारत साक्षरता कार्यक्रम के नाम से प्रायोजित उल्लास का अर्थ है-समाज में सभी के लिए आजीवन सीखने की समझ (ULLAS - Understanding of Lifelong Learning for All in Society) और इसका आदर्श वाक्य (tagline) है-जन-जन साक्षर उल्लास’ नवभारत साक्षरता कार्यक्रम (जिसका लोकप्रिय नाम उल्लास है) प्रारंभ किया गया है जिसमें प्रौढ़ शिक्षा के सभी पक्ष शामिल हैं। इस योजना का उद्देश्य बुनियादी साक्षरता और संख्या ज्ञान, महत्वपूर्ण जीवन कौशल, व्यावसायिक कौशल, बुनियादी शिक्षा और सतत शिक्षा का विकास है। उन्होंने कहा कि लोगों को इस कार्यक्रम जोड़े और शपथ भी दिलाये कि शिक्षार्थियों को शिक्षा प्रदान करेंगे और कर्तव्य पूर्ण भाव से योगदान देंगे।
कलेक्टर ने कहा कि ‘उल्लास’ कार्यक्रम जिले के शैक्षणिक भविष्य को बेहतर बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। कलेक्टर शर्मा ने कहा कि ‘उल्लास’ कार्यक्रम के तहत शिक्षा में गुणवत्ता सुधार के लिए अनेक योजनाएं बनाई गई हैं। इसमें स्कूलों में इंफ्रास्ट्रक्चर सुधार, शिक्षकों की ट्रेनिंग और विद्यार्थियों के लिए सहायक सामग्री की उपलब्धता पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। उन्होंने शिक्षा विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिया कि कार्यक्रम के क्रियान्वयन में पारदर्शिता सुनिश्चित की जाए और यह भी सुनिश्चित किया जाए कि हर विद्यार्थी को इसका लाभ मिल सके।
मालूम हो कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 की अनुशंसाओं के क्रियान्वयन के लिए 01 अप्रैल, 2022 से भारत सरकार एक केंद्र प्रायोजित योजना उल्लास-नव भारत साक्षरता कार्यक्रम का क्रियान्वयन कर रही है जिसका उद्देश्य 15 वर्ष और उससे अधिक आयु के उन वयस्कों को सशक्त बनाना है। जिन्हें स्कूली शिक्षा नहीं मिल पाई है और उन्हें समाज की मुख्यधारा में शामिल करना है ताकि वे देश की विकास गाथा में अधिक योगदान दे सकें।
बैठक में सभी विभाग प्रमुखों ने भाग लिया और शिक्षा विभाग के अधिकारियों से कार्यक्रम के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की। कलेक्टर ने अधिकारियों से समय-सीमा के भीतर कार्य पूरा करने और कार्यक्रम के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए नियमित समीक्षा करने की बात कही। उन्होंने यह भी सुझाव दिया कि विद्यार्थियों और अभिभावकों को इस योजना के प्रति जागरूक करने के लिए व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाए।
कलेक्टर ने यह भी कहा कि जनप्रतिनिधियों की भागीदारी से कार्यक्रम को और अधिक प्रभावी बनाया जा सकता है। जनसहयोग से कार्यक्रम की सफलता सुनिश्चित की जा सकती है, जिससे स्थानीय स्तर पर विकास और प्रगति को बढ़ावा मिलेगा। बैठक में विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित थे और उन्होंने कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए आवश्यक कदमों पर विचार-विमर्श किया। कलेक्टर ने सभी विभागों को समयबद्ध तरीके से कार्य करने के निर्देश दिए ताकि उल्लास कार्यक्रम को सफलतापूर्वक आयोजित किया जा सके।
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