एमसीबी (वीएनएस)। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के सुशासन में प्रदेश के समस्त 33 जिलों में कृषक उन्नति योजना के तहत किसानों से 3100 रूपए प्रति क्विंटल की दर और प्रति एकड़ 21 क्विंटल के मान से धान खरीदी का कार्य आज 14 नवम्बर से प्रारम्भ कर दिया है। खरीदी के प्रथम दिन जिले के 11 उपार्जन केन्द्रों से 934.4 क्विंटल धान का टोकन काटा गया।
सभी खरीदी केंद्रों में कृषकों की सुविधा का ध्यान रखा गया है। उनके बैठने के लिए छायादार स्थान की व्यवस्था, पेयजल, शौचालय आदि की व्यवस्था की गयी है। सभी उपार्जन केन्द्रों में किसान का स्वागत पुष्पगुच्छ और श्रीफल देकर किया गया। सभी उपार्जन केंद्रों में आद्रता मापी यंत्र से धान की आद्रता मापकर 17 प्रतिशत से कम आद्रता वाले धान ही खरीदे जायेंगे। धान की राशि का भुगतान कृषक द्वारा लिये गये ऋण के समायोजन के पश्चात् पीएफएमएस सिस्टम के माध्यम से किसान के खाते में ही किया जायेगा। किसानों से धान खरीदी ऑनलाइन काटे गये टोकन के आधार पर ही जायेगी। धान की खरीदी में लगने वाले बारदानों की पर्याप्त व्यवस्था कर ली गयी है। धान उपार्जन केंद्रों में धान की खरीदी बायोमेट्रिक आधारित होगी। किसान स्वयं या उसके द्वारा नामित एक नॉमिनी को खरीदी केंद्र में उपस्थित होकर बायोमेट्रिक एथेन्टिकेशन के आधार पर धान विक्रय कर सकेगा। नामिनी के रूप में किसान के परिवार के नामित सदस्य जैसे कि माता, पिता, पति, पत्नी, पुत्र, पुत्री, दामाद, पुत्रवधू, सगे भाई-बहन एवं अन्य करीबी रिश्तेदार को मान्य किया जायेगा। यदि इस आधार पर धान खरीदी विक्रय में कठिनाई आती है तो ट्रस्टेड पर्सन के द्वारा आधार प्रमाणीकरण कर ही धान विक्रय किया जा सकेगा। यदि आधार प्रमाणीकरण में किसी प्रकार की समस्या आती है तो अंतिम विकल्प के रूप में आधार से लिंक मोबाइल नंबर में ओटीपी भेजकर किसान अथवा नामांकित व्यक्ति का पहचान प्रमाणीकरण का विकल्प भी उपलब्ध रहेगा। जो कृषक विगत वर्ष पंजीयन कराने के बाद भी धान अपने खाते में नहीं बेच हैं उन्हें अपने क्षेत्र के अनुविभागीय अधिकारी राजस्व से अनुमति लेकर अपना धान उपार्जन केंद्र में विक्रय करना होगा।
धान निरीक्षण- प्रति उपार्जन केंद्र में प्रति सप्ताह शनिवार को उपार्जित किये धान की मात्रा का परीक्षण सहायक नोडल अधिकारी द्वारा मोबाइल ऐप के माध्यम से किया जायेगा। समर्थन मूल्य पर एफएक्यू क्वालिटी का धान खरीदा जायेगा। सीमावर्ती राज्यों से धान की आवक में रोक लगाने हेतु 10 अन्तर्राज्यीय बैरियर चेक पोस्ट बनाये गये है। खरीफ वर्ष 2024-25 में 14 नवंबर, 2024 से 30 अप्रैल, 2025 तक अन्य राज्यों से धान का आयात संचालक खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति की अनुमति से ही हो सकेगा। कोचियों एवं बिचौलियों के द्वारा समिति में धान लाकर अन्य किसानों के पंजीयन में खपाने का प्रयास करने पर उनका वाहन एवं धान जप्ती कर नियमानुसार कार्यवाही की जायेगी।
धान खरीदी की अवधि- 31 जनवरी तक होगी धान खरीदी खरीफ विपणन साल 2024-25 में समर्थन मूल्य पर धान उपार्जन और कस्टम मिलिंग की नीति को अप्रूव किया गया। राज्य में खरीफ विपणन वर्ष 2024-25 के दौरान समर्थन मूल्य पर राज्य के किसानों से नगद और लिंकिंग में धान खरीदी 14 नवम्बर से शुरू होकर 31 जनवरी 2025 तक धान खरीदी चलेगी।
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खरीफ विवपण वर्ष 2024-25 के तहत समर्थन मूल्य पर जिले में धान खरीदी का कार्य तेजी से चल रहा है।