उत्तर बस्तर कांकेर (वीएनएस)। राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग नई दिल्ली के अध्यक्ष अंतर सिंह आर्य (केन्द्रीय मंत्री दर्जा प्राप्त) की अध्यक्षता में आज वन अधिकार मान्यता समिति, वन सुरक्षा समिति, लघु वनोपज सहकारी समिति एवं पेसा के सदस्यों की बैठक लेकर आयोग के क्रियाकलाप की जानकारी दी गई। साथ ही उपस्थित सदस्यों से जनजातीय विकास, मांग व समस्याओं के संबंध में सुझाव आमंत्रित कर उनसे फीड बैक लिया गया। बैठक में लोकसभा क्षेत्र कांकेर के सांसद भोजराज नाग तथा कांकेर विधायक आशाराम नेताम उपस्थित थे।
जिला पंचायत के सभाकक्ष में आज दोपहर आयोजित बैठक में आयोग के अध्यक्ष आर्य ने उपस्थित सदस्यों को संबोधित करते हुए कहा कि आदिवासियों का जल, जंगल, जमीन से अटूट रिश्ता है, इसे सहजने तथा संरक्षित करने की जिम्मेदारी हम सभी की है। उन्होंने आगे कहा कि प्रकृति के पूजक जनजातीय आदिवासियों को उनके हित और सर्वांगीण विकास के लिए शासन द्वारा लागू की गई विभिन्न योजनाओं का लाभ लेने के लिए जागरूक होने की जरूरत है। उन्हें अपने अधिकारों के प्रति सजग होकर शासन की लोक हितकारी योजनाओं का लाभ जरूर लेना चाहिए। आर्य ने आगे बताया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की मंशानुसार आदिवासियों को वास्तविक लाभ दिलाने के लिए आयोग द्वारा स्थानीय जनप्रतिनिधियों, सामाजिक पदाधिकारियों और समितियों के सदस्यों से प्रतिक्रिया ली जा रही है। उन्होंने किसी भी प्रकार की समस्या, शिकायत अथवा सुझाव के लिए आयोग की वेबसाइट अथवा टोल फ्री नंबर 1800-11-7777 पर ऑनलाइन आवेदन किया जा सकता है।
इसके पहले, सांसद नाग ने विभिन्न समितियों के सदस्यों को संबोधित करते हुए केन्द्र एवं राज्य सरकार की विभिन्न हितग्राहीमूलक योजनाओं का लाभ लेने का आहवान करते हुए जनजातीय कल्याण हेतु संचालित कार्यक्रमों व अभियानों के प्रति जागरूक होने की अपील की। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री जनमन योजना के तहत विशेष पिछड़ी जनजाति वर्ग के लिए सतत कार्य किए जा रहे हैं। इस अवसर पर उपस्थित कांकेर विधायक नेताम ने कहा कि अनुसूचित जनजाति बाहुल्य कांकेर जिले के आदिवासियों को संकोच का त्याग कर अपने सुझाव व विचार निर्भीक होकर व्यक्त करना चाहिए। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री आवास योजना सहित विभिन्न योजनाओं का लाभ पात्र आदिवासी हितग्राहियों को अनिवार्य रूप से मिलना चाहिए, किन्तु इसके लिए उन्हें स्वयं जागरूक होना होगा। बैठक में उपस्थित विभिन्न समिति के सदस्यों ने आयोग के अध्यक्ष के समक्ष अपने सुझाव एवं मांगें रखीं। इस अवसर पर आयोग के उपनिदेशक राकेश कुमार दुबे, निज सचिव राजीव सक्सेना, अनुसंधान अधिकारी पी.के. दास एवं जिला पंचायत सीईओ हरेश मंडावी उपस्थित थे।
बैठक के पश्चात राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग के अध्यक्ष आर्य ने शासकीय कन्या आश्रम सिंगारभाट में जिला प्रशासन द्वारा आयोजित सिकलसेल एनीमिया जांच शिविर का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने छात्राओं से चर्चा कर शिक्षा के महत्व को बताते हुए उनके बेहतर भविष्य हेतु प्रेरित किया गया। साथ ही छात्रावास में मिल रहे सुविधाओं के विषय में जानकारी ली तथा छात्रावास परिसर में ‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान के तहत फलदार पौधरोपण भी किया। इस दौरान स्वास्थ्य विभाग के द्वारा लगाए गए स्वास्थ्य शिविर में 323 छात्राओं का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया।
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