लंदन (वीएनएस)। ब्रिटेन में प्रधानमंत्री पद की उम्मीदवारी में सबसे आगे चल रहे भारतीय मूल के ऋषि सुनक ने रविवार को अप्रवासन के संवेदनशील मसले की चर्चा की। कहा, प्रधानमंत्री बनने पर वह सामान्य समझ वाले कदम उठाएंगे जो हर किसी के लिए स्पष्ट होंगे। कंजरवेटिव पार्टी के सदस्यों का समर्थन हासिल करने के लिए जारी अभियान में सुनक अगर बाजी मारते हैं तो वह बोरिस जानसन का स्थान लेंगे। उनका मुकाबला विदेश मंत्री लिज ट्रस से है।
दिग्गज आइटी कंपनी इन्फोसिस के संस्थापक एन नारायण मूर्ति के दामाद सुनक जीतते हैं तो वह ब्रिटेन में भारतीय मूल के पहले प्रधानमंत्री होंगे। ब्रिटेन के वित्त मंत्री रह चुके 42 वर्षीय सुनक ने देश की सीमाओं को सुरक्षित रखने के लिए दस बिंदुओं की योजना सार्वजनिक की है। द डेली टेलीग्राफ में लिखे लेख में सुनक ने मानवाधिकारों के मामलों में कार्य करने वाली यूरोपियन कोर्ट की शक्तियां सीमित करने का भी वादा किया है। कहा है कि यूरोपियन कोर्ट हमारी सीमाओं के सुचारु नियंत्रण से हमें नहीं रोक सकता।
बांग्लादेश की एक अदालत ने राजद्रोह मामले में गिरफ्तार हिंदू संत चिन्मय कृष्ण दास की जमानत याचिका पर अग्रिम सुनवाई से इनकार कर दिया है।
नई सरकार के गठन के बाद से ही अल्पसंख्यक समुदाय पर अत्याचार के मामले लगातार सामने आ रहे हैं।
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