कवर्धा (वीएनएस)। स्वामी करपात्री विद्यालय शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय कवर्धा में स्वामी करपात्री का 115 वां प्राकट्य दिवस मनाया गया। सर्वप्रथम व्याख्याता हरि प्रसाद शुक्ला, दिलीप क्षत्रिय, संजय दुबे, पंकज सिंह ठाकुर, कन्हैयालाल गुप्ता, प्रसन्न गुप्ता, बी.के. उइके, ओ.पी.गुप्ता, डा.सुरेश तम्बोली, रमेश शर्मा, अवधराम साहू, वजनरामसाहू, लखन झारिया, आदि ने छात्र-छात्राओं के साथ स्वामीजी के तैलचित्र का पूजन अर्चन किया।
इस अवसर पर प्राचार्य डी एस जोशी ने समस्त विद्यार्थियों को शुभकामनाएं दी एवं उन्हें स्वामी करपात्री के संदेशों का अध्ययन करने एवं आत्मसात करने कहा। व्याख्याता जे.के.सिंह ने स्वामी करपात्री का जीवन वृत्त, उनका तप, उनकी कृतियों तथा गौ रक्षा आंदोलन में उनकी भूमिका आदि पर प्रकाश डाला।
उल्लेखनीय है कि स्वामी करपात्री भारत के एक सन्त, स्वतंत्रता संग्राम सेनानी एवं राजनेता थे। उनका नाम हरि नारायण ओझा था। दीक्षा के उपरान्त उनका नाम 'हरिहरानन्द सरस्वती' था किन्तु वे 'करपात्रीजी' नाम से ही प्रसिद्ध थे क्योंकि वे अपने अंजुलि का उपयोग खाने के बर्तन की तरह करते थे। उन्होने अखिल भारतीय राम राज्य परिषद नामक राजनैतिक दल भी बनाया था। धर्मशास्त्रों में इनकी अद्वितीय एवं अतुलनीय विद्वता को देखते हुए इन्हें 'धर्मसम्राट' की उपाधि प्रदान की गई।
स्वामीजी की स्मरण शक्ति इतनी तीव्र थी कि एक बार कोई चीज पढ़ लेने के वर्षों बाद भी बता देते थे कि ये अमुक पुस्तक के अमुक पृष्ठ पर अमुक रूप में लिखा हुआ है। तप इतना प्रखर था कि 24- 24 घंटे एक-एक पैर में खड़े रहकर तप किया करते थे। 7 नवंबर सन 1966 को गोपाष्टमी के दिन संसद भवन के सामने उन्होने गोरक्षा आंदोलन प्रारंभ किया था। चारों पीठों के शंकराचार्य, जैन मुनि सुशील कुमार एवं आचार्य रामचंद्र वीर सभी उनके साथ थे।
स्वामी करपात्री को सदैव कवर्धा से विशेष स्नेह रहा। विद्यालय के छात्र छात्राओं ने हर्ष व्यक्त किया कि हम सभी स्वामी करपात्री के नाम पर स्थापित विद्यालय में पढ़ते हैं।
कार्यक्रम में व्याख्याता सविता आहूजा, परमजीत कौर खनूजा, आस्था पांडे, सिंधु शर्मा, सरिता चंद्रवंशी, प्रीति गुप्ता, रोहित जायसवाल, रामशरण जायसवाल, युवराज सिंह, चंद्र कुमार चंद्राकर सहित विद्यालय परिवार के सदस्य उपस्थित थे। इस अवसर पर वृक्षारोपण भी किया गया।
केंद्र की संचालक उपासना तिवारी ने बताया कि यह नृत्य नाटिका प्राचीनकालीन नाट्यशास्त्र में भरतमुनि द्वारा वर्णित अष्ट नायिकाओं पर आधारित है।
राजस्व विभाग के अधिकारी-कर्मचारियों के लिए कलेक्टोरेट सभाकक्ष में आयोजित दो दिवसीय प्रशिक्षण सह कार्यशाला का आयोजन कलेक्टर अजीत वसंत की उपस्थिति मे...
कलेक्टर दीपक कुमार अग्रवाल ने जिले में निवासरत विशेष पिछड़ी जनजातीय समूह के परिवारो को शत प्रतिशत् उज्ज्वला गैस कनेक्शन उपलब्ध कराने के उद्देश्य से ...
स्वास्थ्य पंचायत की परिकल्पना को साकार करने के लिए टीबी संक्रमण का रोकथाम आवश्यक है।
कलेक्टर दीपक अग्रवाल के निर्देशानुसार सड़क सुरक्षा के उपाय के तहत पशुपालन विकास विभाग द्वारा मवेशियों को रेडियम कॉलर पहनाया जा रहा है। गरियाबंद, राज...