वर्धा(वीएनएस)। महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय में भारतीय दार्शनिक अनुसंधान परिषद् तथा सामाजिक विज्ञान अनुसंधान परिषद्, नई दिल्ली के सहयोग से ‘भारतीय डायस्पोरा का वैश्विक परिप्रेक्ष्य : जीवन और संस्कृति’ विषय पर 2, 3 और 4 अगस्त को अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी आयोजित की जा रही है।
यह जानकारी महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. रजनीश कुमार शुक्ल ने 31 जुलाई को आयोजित ऑनलाइन पत्रकार वार्ता में दी। उन्होंने कहा कि पिछले 50 वर्षो में भारतीय डायस्पोरा का प्रभाव और स्वभाव बदला है। दुनियाभर में दो करोड़ से अधिक भारतवंशी बसे हैं। भारत के बाहर बसे भारतवंशियों ने भारत की सांस्कृतिक विरासत को विकसित करने में अपना अमूल्य योगदान दिया है। संगोष्ठी में भारत के साथ आयरलैंड, इंग्लैंड, उज्बे़किस्तान, न्यूजीलैंड तथा मॉरीशस सहित कई देशों के विद्वान शिरकत करेंगे।
संगोष्ठी का उद्घाटन 2 अगस्त को पूर्वाह्न 9.30 बजे विश्वविद्यालय के कस्तूरबा सभागार में किया जाएगा। भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद्, नई दिल्ली के अध्यक्ष डॉ. विनय सहस्रबुद्धे उद्घाटन समारोह के मुख्य अतिथि होंगे। कार्यक्रम की अध्यक्षता विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. रजनीश कुमार शुक्ल करेंगे। कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि के रूप में बिहार विधान परिषद् के सदस्य एवं पूर्व केंद्रीय मानव संसाधन विकास राज्य मंत्री डॉ. संजय पासवान, अखिल भारतीय इतिहास संकलन योजना, नई दिल्ली के राष्ट्रीय संगठन सचिव डॉ. बालमुकुंद पाण्डेय एवं भारतीय दार्शनिक अनुसंधान परिषद्, नई दिल्ली के सदस्य सचिव डॉ. सच्चिदानंद मिश्र उपस्थित रहेंगे।
संगोष्ठी में विभिन्न अकादमिक सत्रों में ‘धर्म: जीवन पद्धति’, ‘पर्यटन एवं डायस्पोरा’, ‘जनसंचार’, ‘कला और विरासत’, ‘समाज कार्य और डायस्पोरा’, ‘भारतीय डायस्पोरा के आर्थिक मुद्दे’, ‘भाषा और साहित्य’ आदि विषयों पर चर्चा की जाएगी तथा 75 से अधिक शोधपत्र पढे़ जाएंगे। संगोष्ठी के अंतर्गत ‘नीति-निर्माण’ और ‘उच्च शिक्षा में शोध’ विषय पर पैनल डिस्कशन किया जाएगा। संगोष्ठी में पाँच सौ से अधिक अध्येताओं ने पंजीकरण कराया है। संगोष्ठी के दौरान 3 अगस्त को भारतवंशी गीतों पर आधारित सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा। अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी का समापन 4 अगस्त को होगा।
चक्रवाती तूफान ‘दाना’ 24 अक्टूबर की रात ओडिशा के तट से टकराने वाला है।
नियमितीकरण सहित अन्य मांगों को लेकर लंबे समय से लड़ाई लड़ रहे संविदा कर्मचारियों के लिए एक अच्छी खबर सामने आई है।
ट्रेन में भारत के हजारों लोग हर दिन यात्रा करते होंगे लेकिन उन्हें नहीं पता कि AC कोच में जो कंबल उन्हें दिया जा रहा है
इडुक्की में एक अनोखा मामला सामने आया है। मुन्नार के मनोरम हिल स्टेशन की स्कूल यात्रा पर आए छात्रों को गांजा पीना मंहगा पड़ गया।
विधवा, एकल महिला, परित्यक्त और दिव्यांग महिलाओं (वार्षिक आय ढाई लाख तक) को घर बनाने के लिए तीन लाख रुपये की आर्थिक धनराशि दिए जाने की अधिसूचना जारी...