अपने समय में बैन,अब सीबीआई जांच की मांग

Posted On:- 2024-12-23




सुनील दास

कोई भी सरकार हो वह भ्रष्टाचार पर पूरी तरह रोक नहीं लगा सकती।खासकर प्रशासनिक स्तर पर जो भ्रष्टाचार होते हैं यानी अफसरों, कर्मचारियों के स्तर पर जो भ्रष्टाचार होते हैं, उसे रोक पाना किसी भी सरकार के लिए बहुत मुश्किल होता है।कई बार उनके भ्रष्टाचार के कारण सरकार की परेशानी बढ़ जाती है।कई बार उनके चूक के कारण सरकार की एक अच्छी योजना सवालों के घेरे में आ जाती है।कई बार भर्ती में भर्ती करने वाले लोगों के पक्षपात के कारण सरकार को जवाब देना मुश्किल हो जाता है।चाहे पीएससी हो या पुलिस भर्ती हो, उसमें गड़बड़ी तब ही होती है, जब जिन पर ईमानदारी से भर्ती करने जिम्मेदारी होती है,वही गड़बड़ी करतेे हैं।

भूपेश बघेल के वक्त पीएससी भर्ती घोटाला हुआ था तो उसमें भी बड़ी भूमिका तो अधिकारियो की ही थी। कई अधिकारी पीएससी घोटाले में गिरफ्तार किए गए हैं और जेल में है। जब पीएससी भर्ती घोटाला हुआ था तो लोग जांच की मांग करते थे तो भूपेश बघेल स्वीकार ही नहीं करते थे कि पीएससी में कोई घोटाला हुआ है, वह तो जांच कराने से भी इंकार करते थे, वह तो पीएससी घोटाले की बात कहने पर कहते थे कि मुझे सबूत दो तो मैं जांच कराऊंगा। अपने समय में भूपेश बघेल ने २०१९ में जनरल कसेंट वापस लेकर राज्य में सीबीआई जांच पर रोक लगा दी थी। यानी सीबीआई पर भूपेश बघेल को भरोसा नहीं था, इसलिए वह नहीं चाहते थे कि सीबीआई राज्य में आए और किसी मामले की जांच करे।वही सीबीआई आज भूपेश बघेल के लिए भरोसे की संस्था हो गई है। 

पूर्व सीएम भूपेश बघेल और कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष दीपक बैज ने राजनांदगांव में हुई पुलिस भर्ती में गड़बड़ी का दावा करते हुए कहा है कि इसमें ब़ड़े नेताओं और अधिकारियों के शामिल होने का आरोप लगाया है। भूपेश बघेल ने सोशल मीडिया में लिखा है कि राजनांदगांव के ग्राम घोरदा के खेत में आरक्षक अनिल रत्नाकर की फांसी के फंदे से लटकी लाश मिली है।आरक्षक की खुदकुशी के तार पुलिस भर्ती से जुड़ा होना बताया जा रहा है।उन्होंने सवाल उठाया है कि यह हत्या है या आत्महत्या है।क्यों इसमें कोई बड़े खिलाड़ी शामिल हैं। किसी और बचाने के लिए किसी और की बलि ली जा रही है।पुलिस भर्ती व आरक्षक हत्या मामले की सीबीआई जांच सीएम साय को करानी चाहिए।

भूपेश बघेल आज सत्ता में नहीं है तो सीबीआई उनके लिए भरोसे की संस्था हो गई है। वह अब सरकार से मांग कर रहे हैं कि फलाने मामले की जांच सीबीआई के करानी चाहिए।साय सरकार ने आकर सीबीआई से प्रतिबंध हटाया है तो सीबीआई भूपेश सरकार के समय हुए शराब घोटाला,बिरनपुर हत्याकांड,नान घाेटाला,पीएससी घोटाला,महादेव सट्टा घोटाला की जांच कर रही है।साय सरकार भर्ती घाेटाला हो या आरक्षक आत्महत्या मामला हो वह जो ठीक समझेगी वह करेगी।भूपेश बघेल को अपनी पार्टी के नेताओं के कारनामे पर कुछ कहना चाहिए।पूर्व कांग्रेस विधायक की कार से १५१ किलो गांजा मिलता है तो इस पर भी भूपेश बघेल व प्रदेशअध्यक्ष को कुछ कहना चाहिए कि ऐसे लोगों के लिए पार्टी में कोई जगह नहीं है। पार्टी के लोग ऐसा काम करते हैं तो पार्टी की भी तो बदनामी होती है। जैसे महतारी वंदन योजना का पैसा सनी लियोन के नाम से किसी तो दस महीेने से मिलता है तो सरकार की भी बदनामी होती है कि कैसी योजना चला रही है कि अपात्र को पैसा मिल रहा है, वह दस महीने से और किसी को पता नहीं हैै।

इसमें सरकार को कोई दोष नहीं हैं लेकिन निचले स्तर के अधिकारियों व कर्मचारियों के काम पर नजर रखना भी तो सरकार का काम है ताकि वह कुछ गलत न कर सकें।क्योंकि गलती निचले स्तर के अधिकारी व कर्मचारी करेंगे लेकिन बदनामी तो सरकार की होती है जैसे पार्टी का कोई आदमी गलत काम करता है तो पार्टी की बदनामी होती है।यह सच है सरकार के लिए एक एक अधिकारी व कर्मचारी  की खबर रखना संभव नहीं होता है।उसी तरह पार्टी के लिए भी एक एक नेता व कार्यकर्ता क्या कर रहा है, यह खबर रखना संभव नहीं होता है। लेकिन सरकार हो या पार्टी हो उसे गलत काम करने वालों पर कार्रवाई तो करनी चाहिए। ऐसी कार्रवाई करनी चाहिए कि फिर कोई गलत काम करके सरकार को या पार्टी को बदनाम करने की हिम्मत न कर सके।



Related News
thumb

बच्ची पर गुस्सा क्यों,खुद पर क्यों नहीं

आम लोगों की जिंदगी में आए दिन ऐसा होता है कि महज कुछ देर के अत्यधिक गुस्से के कारण पूरा परिवार लंबे समय के लिए परेशान होता है।


thumb

अब कांग्रेस इस मामले में क्या कहेगी

किसी भी राजनीतिक दल को बोलने का मौका मिलता है तो ज्यादा नहीं बोलना चाहिए।ऐसा नहीं कहना चाहिए कि ऐसा तो उस पार्टी में हो सकता है।हमारी पार्टी के लोग...


thumb

योग्य व अयोग्य में अंतर तो जरूरी है

हर सरकार सोचती है कि उसे जनहित व देशहित में कुछ तो ऐसा काम करना चाहिए जिससे उसका नाम भविष्य में लिया जाता रहे। इसलिए कई सरकारें पुरानी नीतियों को ब...


thumb

इतिहास में नाम हो ऐसा कौन नहीं चाहता है

हर आदमी की स्वाभाविक इच्छा होती है कि देश,राज्य,शहर,वार्ड,परिवार में उसे उसके किसी अच्छे काम के लिए याद किया जाए।


thumb

दलित वोटों के लिए संसद में धक्कामुक्की तक..

.देश में कहीं मुसलमान वोट बैंक के लिए दलों के बीच होड़ लगी रहती है कि देखो तुम्हारी चिंता हम करने वाले है, देखो,तुम्हारे साथ हमेशा खड़े रहने वाले ह...