जनता हकीकत पसंद करती है, कहानी नहीं

Posted On:- 2024-12-15




सुनील दास

देश की जनता ऐसे नेता को पसंद करती है, जो हकीकतपसंद है यानी जनता को हकीकत बताता है, तथ्यों के साथ। उसकी बात जनता को विश्वासयोग्य लगती है,इसलिए वह ऐसे नेता की बातों को पसंद करती है तथा उसे अपना नेता मानती है,चुनाव में एक बार चुनती है, उसके बाद बार चुनती है। किसी नेता का बार बार चुना जाना ही इस बात का प्रमाण है, वह देश के लोगों के भरोसेमंद है, देश की जनता उस पर,उसकी बातों पर भरोसा करती है। वह मानती है कि देश के लिए अच्छे काम इसी ने किए हैं, जिससे देश को फायदा हुआ है।जनता के लिए अच्छे काम इसी ने किए है, इससे जनता को फायदा हुआ है। जिस नेता के काम से देश व जनता को फायदा होता है, उस पर जनता भी भरोसा करती है और देश भी भरोसा करता है।

भले ही कोई दूसरा नेता उसके बारे में झूठी कहानी लेकर आए और लोगों को बताए कि देखो पहले भी यह लोग ऐसा ही करते थे और आज भी ऐसा कर रहे हैं। लेकिन उसकी कही गई बातों पर जनता ने न तो पहले भरोसा किया और न आज करने वाली है।क्योंकि उसके पास कहने को सच नहीं है,झूठ है सिर्फ झूठ।गढ़ा हुआ झूठ। जिसका पता एक दिन सबको चल जाता है।झूठ का पता चलने पर वह नेता और भरोसे के लायक नहीं रह जाता है। क्योंकि जनता जान जाती है कि यह झूठ कहकर सच्चे नेता की छवि खराब करना चाहता है और खुद उससे बड़ा नेता बनना चाहता है, वह यह सच नहीं जानता है कि बड़ा नेता वही जो काम करता है, जो बड़ा काम करता है, वह आदमी बड़ा नेता वह कभी नहीं बनता है जो झूठ बोलता है, बड़ा झूठ बोलता है।

एक नेता है पीएम मोदी और दूसरे नेता है राहुल गांधी। मोदी कुछ कहते हैं तो तथ्यों के साथ कहते हैं, इसलिए उनकी बात भरोसे लायक लगती है, उसकी पुष्टि कई तरह से की जा सकती है।संविधान के ७५ वर्ष की गौरवशाली यात्रा पर जब पीएम मोदी कहते हैं कि गांधी परिवार की हर पीढ़ी ने संविधान के छेड़छाड़ की है,उसका अपमान किया है तो वह यूं ही कोई कहानी बनाकर नहीं कह देते हैं, वह इसके लिए उदाहरण देते हैं, जिसकी पुष्टि कई तरह से की जा सकती है, यह सच है या नहीं है क्योंकि कांग्रेस ने जो कुछ किया है, जो कुछ कहा है, सब इतिहास में दर्ज है। उसे मिटाया नहीं जा सकता, दबाया नही जा सकता। पीएम मोदी जब कहते हैं कि कांग्रेस ने देश में आपातकाल लगाने का पाप किया है तो यह सच है,पीएम मोदी जब कहते हैं कि गांधी परिवार की हर पीढ़ी ने सत्ता में रहते हुए संविधान से छेड़छाड़़ किया है,उसका अपमान किया है तो यह सच है।जब वह कहते हैं कि गांधी परिवार ने देश में पिछले ७५ साल में ५५ साल इस देश में राज किया है और संविधान को नुकसान पहुचाने में कोई कसर नहीं छोडी़ है तो यह सच है।

पं.जवाहर लाल नेहरू ने संविधान बनने के कुछ ही महीनों बाद संविधान में संशोधन कर संविधान पर अपमान किया था, संविधान में संशोधन में किसलिए, अभिव्यक्ति की आजादी को कम करने के लिए। दो मैगजीनों उनकी सरकार की आलोचना कर दी तो उनको बैन कर दिया। कोर्ट ने सरकार के लगाए बैन को गलत बताया तो संविधान संशोधन कर अभिव्यक्ति का आजादी को कम करनेे का प्रयास किया। उसके बाद इंदिरा गांधी ने आपातकाल लगाकर कांग्रेस के माथे पर संविधान का अपमान करने का ऐसा दाग लगाया जो कभी मिट नहीं सकता। उसके बाद राजीव गांधी ने तो शाहबानों मामले में सुप्रीम कोर्ट के फैसले को बदल कर संविधान का अपमान किया था। सोनिया गांधी ने सरकार से ऊपर एक समिति बनाकर संविधान का अपमान किया था तो राहुल गांधी ने पत्रकार वार्ता मे मनमोहन कैबिनेट से पास एक अधिनियम की प्रति को फाड़कर संविधान का अपमान किया था।इन उदाहरणों से साबित होता है कि पीएम मोदी ने गांधी परिवार के विषय में जो कुछ कहा है,सच कहा है।

वहीं राहुल गांधी को संसद में संविधान पर बोलने का मौका मिला तो उन्होंने क्या किया है। एकलव्य की कहानी लेकर आ गए,वह भी ऐसी कहानी जो वामपंथी लोगों ने  हिंदू समाज और सनातन को बदनाम करने के लिए बनाई थी और  सब जानते हैं कि यह कहानी झूठी है।हकीकत में एकलव्य से गुरु द्रोण ने गुरु दक्षिणा मांगी थी लेकिन गुरु दक्षिणा में काटकर अंगूठा देने को नहीं कहा था, धनुष चलाने में अंगूठे का उपयोग नहीं करने को कहा था।एकलव्य ने ऐसा ही किया था, इससे एकलव्य ने बिना अंगूठे के ही धनुष चलाकर नए तरह से धनुष चलाना सीख गया था। गुरु द्रोण ने एकलव्य के साथ कोई अन्याय नहीं किया था, वह जानते थे कि एकलव्य बिना अंगूठे के भी धनुष चला सकता है, इसलिए उन्होंने उनको गुरुदक्षिणा में एकलव्य से यह मांगा कि  वह बिना अंगूठे का उपयोग किए धनुष चलाएगा।

राहुल गांधी इसी वामपंथियों की इसी झूठी कहानी को आधार बनाकर भाजपा पर आरोप लगा रहे है कि वह किसानों का अंगूठा काट रही है,कारोबारियों का अंगूठा काटा जा रहा है,जैसे गुरु द्रोणाचार्य ने एकलव्य का अंगूठा काटा वैसे ही भाजपा देश के युवाओं का अंगूठा काट रही है।राहुल गांधी भाजपा कैसे किसानों का अंगूठा काट रही है, एक उदाहरण नहीं दे पाते हैं जबकि भाजपा ने किसानों के लिए इतना किया है कि किसी सरकार ने नहीं किया है। अब किसान राहुल गांधी की बात पर भरोसा करेंगे कि किसानों के हित में काम करने वाली भाजपा सरकार व मोदी सरकार पर भरोसा करेगी। बार बार मोदी सरकार बन रही है, कांग्रेस को जनता नकार रही है तो साफ है जनता तो भाजपा व मोदी की बातोें पर कामों पर भरोसा कर रही है, राहुल गांधी के झूठ पर यकीन नहीं कर रही है। युवाओं के लिए, कारोबारियों के लिए मोदी सराकर ने दस साल में बहुत काम किए है उनके हित मेें योजनाएं बनाईं हैं, नीतियां बनाई हैं तब ही युवा व कारोबारी आज मोदी के साथ हैं। राहुल गांधी के साथ नहीं है।

सीधी सी बात है कि जो तथ्यों के आधार पर बात करता है, अपने काम, अपनी योजनाओं के आधार पर बात करता है,जनता उसकी बात पर भरोसा करती है, झूठी कहानी सुनाकर लोगों को गुमराह करने वालों पर जनता भराेसा नहीं करती है। राहुल गांधी को दस साल बात यह बात समझ नहीं आ रही है तो आगे भी शायद समझ नहीं आने वाली हैं। वह झूठी कहानी सुनाते रहेंगे और जनता उस पर यकीन नहीं करती रहेगी।जनता उनके साथ खड़ी नहीं होगी,जब भी चुनाव होगा तो जनता भाजपा व मोदी को चुनेगी और कांग्रेस व राहुल गांधी को फिर झूठ कहने पर नकार देगी। राहुल गांधी जब तक वामपंथियों के चक्कर में फंसकर झूठ कहते रहेंगे वह देश के लोगों के लिए भरोसे का नेता नहीं बन सकेंगे।



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