आम आदमी पार्टी के संयोजक केजरीवाल अपने किस्म के अकेले नेता हैं, वह परंपरागत राजनीति से निकले नेता नहीं हैं, इसलिए वह परंपरागत राजनीति से निकले नेताओं से अलग है,वह वैसा भी कुछ करने की सोच लेते हैं, कर लेते हैं जो परंपरागत राजनीति से निकले नेता सोच नहीं पाते हैं। देश में कई राज्यों में चुनाव होते हैं वहां राजनीतिक दल चुनाव लड़ते हैं लेकिन किसी दल ने आज तक दूसरे दल पर वैसा आरोप नहीं लगाया जैसा आरोप केजरीवाल ने भाजपा की हरियाणा सरकार पर लगा दिया।केजरीवाल ने हरियाणा की भाजपा सरकार पर आरोप लगा दिया कि उसने यमुना के दिल्ली आने वाले पानी में जहर मिला दिया है। हमारे इंजीनियरों को पता चला तो उन्होंने पानी को राेक दिया। वह पानी दिल्ली चला जाता तो नरसंहार हो जाता।
केजरीवाल सच को वैसा नहीं कहते हैं जैसा वह है, वह सच को इस तरह कहते हैं कि हर कोई चौंक जाएं कि ऐसा कैसे हो सकता है। हुआ भी यहीं केजरीवाल ने बयान से सब चौंक गए लेकिन केजरीवाल के खिलाफ किसी ने कोई कार्रवाई नहीं की, केजरीवाल तो चाहते थे कि उनके खिलाफ भाजपा कोई कार्रवाई करे और वह उसे चुनाव में भुना लें कि देखों भाजपा मुझको फिर जेल भेजना चाहती है। भाजपा भी जानती थी कि केजरीवाल ने जो कुछ कहा है वह जानबूझकर कहा है ताकि उन पर चुनाव के समय कोई कार्रवाई हो तो वह उसका राजनीतिक लाभ उठा सकें।
भाजपा जानती थी कि यमुना के पानी में अमोनिया का स्तर ज्यादा हो गया है,केजरीवाल यही कह रहे हैंं कि यमुना के पानी में अमोनिया का स्तर ज्यादा हो गया है, इसलिए वह पीने लायक नहीं है।केजरीवाल की आदत है कि वह अतिश्योक्ति में बात कहते हैं और जानते हैं उनके खिलाफ कोई कार्रवाई भी नही हो सकती। बाद में वह कह देंगे उन्होंने कोई गलत बात नहीं कही है। वह तो दिल्ली के लोगों को बता रहे थे कि यमुना का पानी अमोनिया ज्यादा होने के कारण पीने लायक नहीं रह गया है। इससे दिल्ली के लोगों को पानी की कुछ दिक्कत हो सकती है।चुनाव आयोग ने उनसे इस मामले में सफाई देने को कहा तो उन्होंने चुनाव आयोग को बता दिया है कि शहर में पेयजल की गुणवत्ता तात्कालिक सार्वजनिक स्वास्थ्य संकट के मद्दे नजर टिप्पणी की थी।यह उऩका कर्तव्य था।
केजरीवाल के बयान का हरियाणा से सीएम सहित पीएम मोदी ने जवाब दिया, यह जवाब ऐसा था जिसकी अपेक्षा केजरीवाल को नहीं थी, केजरीवाल उम्मीद कर रहे थे कि भाजपा तत्काल कोई कार्रवाई करेगी लेकिन भाजपा केजरीवाल को जानती है कि यह आदमी जो कुछ अभी करेगा उसका मकसद चुनाव में लाभ लेना होगा इसलिए भाजपा ने ऐसा कुछ नहीं किया जैसा केजरीवाल चाहते थे,उसने भी वैसा जवाब दिया जैसा केजरीवाल सोच नहीं सकते थे।
पहले तो हरियाणा के सीएम सैनी ने केजरीवाल से कई सवाल किए और दिल्ली के लोगों को बताया कि केजरीवाल झूठ बोल रहे हैं। उसके बाद उन्होंने यमुना के पानी को पीकर दिल्ली की जनता को बताया कि देखो मैं यमुना का पानी पी रहा हूं, इसमें कोई जहर नहीं मिला है।केजरीवाल ने सोचा नहीं होगा कि उनके आरोप के जवाब में हरियाणा के सीएम ऐसा कर सकते हैं।केजरीवाल ने कहा था यमुना के पानी में जहर मिलाया गया है तो हरियाणा के सीएम ने यमुना का पानी पीकर बता दिया कि इसमे कोई जहर नहीं मिलाया गया है।साथ ही यह भी चुनौती दे दी कि केजरवाल दिल्ली के यमुना का पानी पीकर दिखाएं।
केजरीवाल को इससे बेहतर जवाब तो दिया ही नहीं जा सकता था। इसके बाद पीएम मोदी ने केजरीवाल को जवाब दिया। उन्होंने कहा कि हरियाणा के लोगों के रिश्तेदार, बच्चे क्या दिल्ली में नहीं रहते हैं, क्या हरियाणा के लोग अपने रिश्तेदारों व बच्चों को यमुना के पानी में जहर मिलाकर मारना चाहेंगे। इसके बाद उन्होंने यह भी केजरीवाल को झूठा साबित करने के लिए कहा कि मैं भी यमुना का पानी पीता हूं। यमुना के पानी में कोई जहर नहीं मिलाया गया है।केजरीवाल की झूठ की पोल हरियाणा के सीएम के साथ पीएम ने खोल दी और बता दिया कि केजरीवाल होशियार हैं तो वह केजरीवाल से ज्यादा होशियार हैं।
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